राजा बनने का सियार का सपना (कहानी)
एक वार की बात है सातिर वन में चिंटू सियार रहता था उसको जंगल के राजा बनने का बहुत सौख था वो चाहता था को मैं राजा बनूं जंगल के सभी जानवर हम से डरें मैं जंगल के सभी जानवर पर राज करूं वो दिन रात यहीं सपना देखता था और उसको लालसा भी लगी थी पर शेरखान नाम का शेर सातीर वन जंगल का राजा था चिंटू सियार को अपने सपने पूरा करना था वो अपने सपने पूरा करने की पूरी कोशिश में था पर उसको कुछ सूझ नहीं रहा था वो करें तो क्या करें वो अपने सबसे जिगरी दोस्त संटू सियार से कहा कि दोस्त मुझे जंगल का राजा बनाना है। मेरी मदद करो अगर मैं राजा बन गया तो मैं तुमको अपना प्रधान मंत्री बनाऊंगा सिंटू सियार की लालच में आ गया वो भी चिंटू सियार को राजा बानाने के तरीके सोचने लगा दोनों नदी किनारे बैठे थे सोचते सोचते शाम हो गया तभी अचानक सिंटू सियार चिल्लाया की एक तरीका से तुम राजा बन सकतें हो।
चिंटू सियार बोला कैसे तो सिंटू सियार बोला को सातिर वन के सीमा के बगल में सजा वन है जिसका राजा हाल में ही मरा है तुम उस जंगल के राजा बन सकते हो अभी उस जंगल का राजा कोई नहीं है चिंटू सियार कभी खुश हुआ पर ये होगा कैसे तभी सिंटू सियार बोला कि तुम मेरे हुए शेर का खाल निकाल कर तुम उसे पहन लेना और खुद को शेर बताना पूरा दिन ओढ़ लेना और रात को उतार देना और बोलना को में हूं इस सजा वन का नया राजा सभी जानवर डर से तुमको राजा मान लेंगे और तुम राज करना चिंटू सियार को ये तरीका बहुत अच्छा लगा वो सुबह जल्दी जाने के प्लान बना लिए
रात भर चिंटू सियार को नींद नहीं आ रही थी क्यू की वो कल राजा बनाने वाला था रात जैसे तैसे कटी शुबह हूवा वो दोनो जल्दी है सजा वन को ओढ़ निकाल बादे रास्ते में उनको भालू मिला वो बोला अरे चिंटू इतनी जल्दी शूबह कहां जा रहे हो चिंटू सियार घमंड में बोला कहीं भी जा रहे हैं तुमको उसके क्या मतलब तुम अपना रास्ता देखो भालू बेचारा चुप ही रह वो मन ही मन बोला को है चिंटू सियार को अचानक क्या हो गया और वो उस तरीके से क्यों बात कर रहा है और वो सतीर वन से बाहर क्यों जा रहा है।
भालू को दाल में कुछ काला लगा वो चिंटू और सिंटू सियार के पीछे पीछे गया भालू देखा कि वो शेरखान के बड़े भाई बबर खान की राज कि ओर जा रहें है वो उनके पीछे गया कुछ दूर जाने पर सिंटू और चिंटू सियार ने बबर शेर के शरीर से खाल निकाल कर ओढ़ लिया और अपना प्लान आपस में बात कर रहे थे ओ सारी बातें भालू ने सुन लिया। भालू आगे भी इनके पीछे छुपते छुपते गया और देख की सिंटू सियार सजा वन के जानवरों के सभा में गया और बोला कि सजा वन के सभी जानवर को बोला कि अब सब का नया राजा खाबड़ शेर आय है आज से तुम सब का राजा यहीं है।
सजा वन के सभी जानवर ने देखा कि सच मुच एक नया शेर आया है सजा वन से सभी जानवर डर से चिंटू सियार को अपना राजा मान लिया चिंटू सियार मन ही मन काफी खुश था क्यों कि उसका सपना पूरा हो गया। चिंटू सियार ने इशारे में बताया कि मेरे लिए मुलायम भोजन लाया जाय सभी जानवर ने तुरंत दो मुलायम खरगोश दे दिया चिंटू सियार और सिंटू सियार ने राजा बन सजा के जानवरों में जुलुम करने लगा ये देख भालू को बहुत बूरा लगा और वो ये सारी बातें शेरखान को बताने का फैसला लिया।
वो तुरंत सातिर वन भगा और सारी बातें वो शेरखान को बताया भाई के मौत के बाद दुखी शेरखान ये बातें सुन कर आग बबूला हो गया गुस्सा से वो तुरंत एक प्लान बनाया चिंटू सियार की भेद खोलने के लिए और चल दिया सजा वन की ओर वाह जा कर देखा तो सही में चिंटू सियार राजा बना बैठा था सभी जानवर उसको राजा मान रहा था तभी शेरखान दहारा सजा वन के सभी जानवर डर गया और चिंटू सियार की तो हवाइयां निकाल गई पर चिंटू सियार था बहुत चतुर वो सभी जानवर को पहले ही बोल दिया था कि कोई भी मेरे बारे में गलत और उल्टा बोल कर तुमलोग को भर्मित करेगा पर तुम लोग मुझे ही राजा मानना नहीं तो तुम सभी को मौत का सजा दूंगा इस बात पर सजा वन के सभी जानवर शेरखान को बोला नहीं आप कुछ भी कहां पर हम लोग का यहीं राजा है आप नहीं बन सकते है। शेरखान ने प्लान बना कर जो आया था वो सभी सजा वन के जानवर को बताया और बोला कि अगर ये शेर है बो बोलो अपने राजा को की मुझ से लड़ कर दिखाए और इतना केहते शेरखान आगे बढ़ाए और चिंटू सियार पर झपटा चिंटू सियार शेर का खाल उतार कर अपनी जान बचा कर वहां से भगा आगे जा कर भालू ने उन्हें पकड़ लिया और शेरखान उस कलागार में बंदी बना कर रख दिया सजा वन के सभी जानवर धोखा और चिंटू सियार से सितम से बच गया और शेर खान को अपना नया राजा मान लिया
इसी लिए किसी भी चीज को पाने के लिए किसी की नकल नहीं करनी चाहिए क्यों की नकल से सामने वालों को जैसे अक्ल और सकल नहीं मिल सकती है



